बीमा कंपनी में फर्जीवाड़ा, दो लोग गिरफ्तार
सम्भल। बीमा कंपनी में फर्जीवाड़ा, दो लोग गिरफ्तार
फर्जी पॉलिसी बीमा कम्पनी के लाखों डकारने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने अन्तर्राज्यीय गिरोह (बीमा माफिया) दो को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए माफियाओं के कब्ज़े से डेबिट कार्ड व क्रेडिट कार्ड व आईडी व पैनकार्ड एवं मोबाइल फोन और स्कार्पियों कार बरामद की है।
जनपद में फर्जी बीमा कराकर बीमा कम्पनियों को लाखों का चूना लगाया जा रहा था। बीमा के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े की सूचनाएं मिल रही थीं। रजपुरा क्षेत्र में चल रहे गिरोह की सूचना मिलने पर एसपी के के विशनोई व एएसपी अनुक्ति शर्मा के नेतृत्व एवं क्षेत्राधिकारी गुन्नौर डा. प्रदीप कुमार सिंह तथा रजपुरा थाना प्रभारी के निर्देशन में थाना रजपुरा पुलिस टीम चैकिंग कर रही थी।
इस दौरान फर्जी बीमा पॉलिसी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के दो सदस्य ओंकारेश्वर मिश्रा करन पुत्र ओमप्रकाश मिश्रा निवासी फुलवरिया थाना कैन्ट जिला वाराणसी, अमित पुत्र हीरालाल निवासी मस्जिद मौहल्ला बबराला गुन्नौर हाल पता मौ. अलीपुर चौपला थाना गजरौला जिला अमरोहा को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक के के विशनोई ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपियों के कब्जे से 19 अंदद डेबिट कार्ड व क्रेडिट कार्ड व तीन अदद आई.डी. व एक अदद पैनकार्ड व चार अदद मोबाइल फोन व एक अदद स्कार्पियों कार काला रंग एवं 11,45,000, रूपये नकद बरामद किये।
एसपी ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों ने पूछताछ पर बताया कि ओंकारेश्वर मिश्रा करन फर्स्ट • सोलूयशन सर्विस कंपनी में कम्पनी में इन्वेस्टीगेटर के तौर पर काम करता है और उसका साथी आरोपी अमित भी उसके साथ ही काम करता है। इनका एक गिरोह है जिसमें इन दोनों के अलावा भी काफी लोग जुडे है जो सुनियोजित तरीके से गरीब लोगों को माध्यम बनाते हुये फर्जी बीमा पॉलिसी करके विभिन्न जीवन बीमा कम्पनी जैसे आईसीआईसीआई प्रूडिंशयल, पीएनबी मेटलाईफ, बजाज एलाईन्स, एसबीआई जीवन बीमा इत्यादि को आर्थिक हानि पहुँचाते है। इनका गिरोह उत्तराखण्ड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि कई राज्यों में काम करता है। यह लोग दो तरीके से फर्जी बीमा करवाते है जो लोग मरणासन्न स्थिति में होते है। यह लोग निरन्तर रुप से ऐसे लोगों की तलाश में रहते है जो कि बीमारी की वजह से मरणासन्न स्थिति में होते है। ऐसे व्यक्तियों के परिवार वालो से बात कर और उन्हे लालच देकर मरणासन्न व्यक्तियों को स्वस्थ दिखाते हुये फर्जी तरीके से इनकी जीवन बीमा पॉलिसी करवायी जाती है।