भारत जोड़ो यात्रा को करोड़ों लोगों का मिल रहा है समर्थन
नफरतों के इस दौर में जहां एक और समाज में जहर घोला जा रहा है जिसकी वजह से लोग रिश्ते नातों को खत्म करते जा रहे हैं, दोस्ती, रिश्ते, नातों की तो दूर की बात, घर परिवार में लोग एक दूसरे को अपना दुश्मन समझने लगे हैं जागरूक लोग मानते हैं कि नफरत की है बीमारी पिछले सात आठ सालों से ज्यादा फैली है, नफरत का यह बीज सबसे ज्यादा देश की मीडिया द्वारा ही लगातार बोया जा रहा है, टीवी चैनलों की जहर भरी खबरें देखकर लोग डिप्रेशन का शिकार भी हो रहे हैं, उनके अंदर सोचने समझने की शक्ति खत्म हो रही है, डिप्रेशन के कारण लोग घर परिवारों के साथ सड़कों पर भी लड़ते झगड़ते देख ले जा सकते हैं। पूरे देश में अराजकता का माहौल है, सांप्रदायिकता का जहर घोला जा रहा है, लोगों को धर्म के नाम पर लड़ाया जा रहा है, नफरत के बाजार को मीडिया के अलावा कुछ नेता तो कुछ ऐसे लोग लगे हुए हैं जिनके पास कोई काम धंधा नहीं है, या डिप्रेशन का शिकार हैं, इनके द्वारा लगातार देश को आग में झोंकने का काम किया जा रहा है, ऐसे में कांग्रेस पार्टी के राहुल गांधी ने देश को बचाने का बीड़ा उठाया है।
राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से देश का भाईचारा लौट आने का प्रयास कर रहे हैं, देश के भारी संख्या में अमन पसंद लोग राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन कर रहे हैं, राहुल गांधी देश में पनपी नफरत की दीवार को तोड़ने, लोगों को आपस में जोड़ने, के अलावा देश में भाईचारा अमन शांति लौटाने का प्रयास कर रहे हैं, देश के करोड़ों लोगों का राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा समर्थन भी मिल रहा है, जिसे देखकर सांप्रदायिक पार्टियों की नींद हराम हो गई है, देश की ऐसी कई राजनीतिक पार्टियां हैं जो सेकुलर होने का दावा भरती हैं वह कहीं ना कहीं देश की मौजूदा सरकार से इतनी डरी हुई है, कि उफ्फ तक करने को तैयार नहीं है, उन्हें केवल राजनीति करने से मतलब है, हिंदू मुस्लिम के नाम पर वोट लेते हैं, देश जाए भाड़ में, जबकि सामुदायिक पार्टियों के कुछ नेताओं को भी लगने लगा है कि देश का कबाड़ा होते नहीं देखा जा सकता और वह राहुल गांधी के इस प्रयास की सराहना भी करते देखे जा रहे हैं, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को देश के लोगों का ही नहीं विदेशों में रह रहे भारतीय नागरिकों का भी भरतपुर समर्थन मिल रहा है।
देश की मौजूदा सरकार की नीतियों से क्षुब्ध होकर और देश को बचाने के लिए लोग राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो रहे हैं। लेकिन देश की मीडिया तो कुछ और ही दिखा रही है, सरकार में बैठे लोगों में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से बेचैनी इतनी बढ़ गई है कि उनकी नींद हराम हो गई हैं।